बिहार के गोपालगंज में सक्षमता परीक्षा पास कर चुके 800 शिक्षकों के कागजातों में गड़बड़ी मिली है। इन शिक्षकों को ‘डाउटफुल’ श्रेणी में रखा गया है और उनके कागजातों की दोबारा जांच होगी। शिक्षा विभाग इसके लिए एक कमेटी बनाएगा और नया शेड्यूल जारी करेगा। इसके अलावा, 577 शिक्षकों के आधार कार्ड और एडमिट कार्ड में नाम अलग-अलग होने के कारण उनकी काउंसलिंग भी नहीं हो पाई। इनके लिए भी विभाग जल्द ही नया शेड्यूल जारी करेगा।
काउंसलिंग के लिए सिर्फ 6544 शिक्षक ही पहुंचे
दरअसल, बिहार में नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए एक अगस्त से 13 सितंबर तक काउंसलिंग चली। इस दौरान गोपालगंज में कुल 6638 शिक्षकों ने सफलता पाई थी, लेकिन काउंसलिंग के लिए सिर्फ 6544 शिक्षक ही पहुंचे।
गोपालगंज काउंसलिंग के दौरान 800 शिक्षकों के कागजातों में गड़बड़ी मिली, जिन्हें ‘डाउटफुल’ श्रेणी में रखा गया है। शिक्षा विभाग अब इनकी जांच के लिए एक कमेटी बनाएगा और फिर से काउंसलिंग कराई जाएगी। इसके अलावा, 577 शिक्षकों के आधार कार्ड और एडमिट कार्ड के नाम में अंतर होने के कारण उनकी काउंसलिंग नहीं हो सकी।
शिक्षा विभाग करेगा काउंसलिंग की तारीखों ऐलान
स्थापना गोपालगंज डीपीओ जमालुद्दीन ने बताया कि 577 शिक्षकों का आधार मिसमैच हुआ है। इन सभी शिक्षकों के लिए नया शेड्यूल बनाया जाएगा। जितने शिक्षक ‘डाउटफुल’ हैं, उन सभी शिक्षकों के कागजातों की जांच कमेटी करेगी। शिक्षा विभाग जल्द ही नए सिरे से काउंसलिंग की तारीखों का ऐलान करेगा, जिसके बाद ‘डाउटफुल’ श्रेणी में रखे गए शिक्षकों और आधार कार्ड में गड़बड़ी वाले शिक्षकों को दोबारा अपने कागजातों के साथ हाजिर होना होगा।