गौतम अडानी को कॉलेज ने नहीं दिया था एडमिशन,2024

देश के जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी ने 1970 के दशक में शिक्षा के लिए मुंबई के एक कॉलेज में पढ़ने के लिए आवेदन किया था। लेकिन, कॉलेज ने उनके आवेदन को अस्वीकार कर दिया। उन्होंने आगे की पढ़ाई नहीं की। अलबत्‍ता, कारोबार की ओर रुख किया। लगभग साढ़े चार दशक में 220 अरब डॉलर का साम्राज्य खड़ा किया। आज उसी कॉलेज में उन्हें शिक्षक दिवस पर छात्रों को लेक्‍चर देने के लिए बुलाया गया।

जय हिंद कॉलेज के पूर्व छात्रों के संघ के अध्यक्ष विक्रम नानकानी ने भारत के सबसे दौलतमंद व्यक्तियों में शामिल गौतम अडानी का परिचय देते हुए कहा कि वह 16 साल की उम्र में मुंबई चले गए थे। हीरे की छंटाई का काम करने लगे। उन्होंने 1977 या 1978 में शहर के जय हिंद कॉलेज में प्रवेश के लिए आवेदन किया। लेकिन, उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया। उन्होंने जय हिंद कॉलेज में आवेदन किया था क्योंकि उनके बड़े भाई विनोद पहले उसी कॉलेज में पढ़ते थे।

ननकानी ने गौतम अडानी को ‘पूर्व छात्र’ का दर्जा देते हुए कहा, ‘सौभाग्य से या दुर्भाग्य से, कॉलेज ने उनके आवेदन को स्वीकार नहीं किया और उन्होंने अपना काम करना शुरू कर दिया और एक वैकल्पिक करियर अपनाया।’ उन्होंने लगभग दो साल तक हीरा छांटने का काम किया। उसके बाद पैकेजिंग कारखाना चलाने के लिए अपने गृह राज्य गुजरात लौट गए। इस कारखाने को उनके भाई चलाते थे।

कंपनी शुरू करने के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा

गौतम अडानी ने 1998 में जिंसों में व्यापार करने वाली अपनी कंपनी शुरू करने के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अगले ढाई दशक में, उनकी कंपनियों ने बंदरगाह, खदान, बुनियादी ढांचा, बिजली, सिटी गैस, नवीकरणीय ऊर्जा, सीमेंट, रियल एस्टेट, डेटा सेंटर और मीडिया जैसे क्षेत्रों में कदम रखा।

आज गौतम अडानी की कंपनियां विभिन्न कारोबार से जुड़ी हैं। बुनियादी ढांचा क्षेत्र की उनकी कंपनी देश में 13 बंदरगाहों और सात हवाई अड्डों का भी संचालन करती है। आज उनका समूह बिजली के क्षेत्र में भी निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी इकाई है। इतना ही नहीं, उनकी कंपनी सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादक है। देश की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी चलाती है। एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्ती का पुनर्विकास कर रही है। कुछ लोगों ने इसे भारत की नई पीढ़ी के उद्यमियों में सबसे आक्रामक बताया है।

गौतम अडानी 16 वर्ष के थे जब पहली सीमा तोड़ने का फैसला किया

‘ब्रेकिंग बाउंड्रीज़: द पावर ऑफ पैशन एंड अनकन्वेंशनल पाथ्स टू सक्सेस’ विषय पर व्याख्यान देते हुए 62 वर्षीय अडानी ने कहा कि वह केवल 16 वर्ष के थे जब उन्होंने अपनी पहली सीमा को तोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘इसका संबंध पढ़ाई-लिखाई छोड़ने और मुंबई में एक अनजाने से भविष्य की ओर जाने से था। लोग अब भी मुझसे पूछते हैं, ‘‘आप मुंबई क्यों चले गए? आपने अपनी शिक्षा पूरी क्यों नहीं की?’

गौतम अडानी ने कहा, ‘इसका उत्तर सपने देखने वाले हर युवा के दिल में है जो सीमाओं को बाधाओं के रूप में नहीं बल्कि चुनौतियों के रूप में देखता है जो उसके साहस की परीक्षा लेती हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे यह महसूस हुआ था कि क्या मुझमें हमारे देश के सबसे महत्वपूर्ण शहर में अपना जीवन जीने का साहस है।’ कारोबार के लिए मुंबई उनका प्रशिक्षण स्थल था क्योंकि उन्होंने हीरों की छंटाई और व्यापार करना सीखा था।

गौतम अडानी ने कहा, ‘कारोबार करने का क्षेत्र एक अच्छा शिक्षक बनाता है। मैंने बहुत पहले ही सीख लिया था कि एक उद्यमी अपने सामने मौजूद विकल्पों का अत्यधिक मूल्यांकन करके कभी भी स्थिर नहीं रह सकता। यह मुंबई ही है जिसने मुझे सिखाया ‘बड़ा सोचने के लिए। आपको पहले अपनी सीमाओं से परे सपने देखने का साहस करना होगा।’

कैसे कारोबार में एक-एक कदम आगे बढ़ते गए

गौतम अडानी ने 1980 के दशक में संघर्षरत लघु उद्योगों को आपूर्ति के लिए पॉलिमर आयात करने के लिए एक व्यापारिक संगठन का गठन किया। उन्होंने कहा, ‘जब मैं 23 साल का हुआ, तो मेरा कारोबारी उद्यम अच्छा कर रहा था।’ उन्होंने 1991 के आर्थिक उदारीकरण के बाद पॉलिमर, धातु, कपड़ा और कृषि-उत्पादों में काम करने वाले एक वैश्विक कारोबारी घराने की स्थापना की। तब वह सिर्फ 29 साल के थे।

गौतम अडानी ने कहा, ‘दो साल के भीतर, हम देश में सबसे बड़ा वैश्विक कारोबारी घराना बन गए। तब मुझे गति और पैमाने दोनों का संयुक्त मूल्य समझ में आया।’ अडानी बोले, ‘इसके बाद, 1994 में, हमने फैसला किया कि यह सूचीबद्ध होने का समय है और अडानी एक्सपोर्ट्स ने अपना आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) लेकर आई। इसे अब अडानी एंटरप्राइजेज के नाम से जाना जाता है। आईपीओ लाने का निर्णय सफल रहा और इससे मुझे सार्वजनिक बाजारों का महत्व समझ में आया।’

उन्हें एहसास हुआ कि आगे की सीमाओं को तोड़ने के लिए, उन्हें सबसे पहले अपनी यथास्थिति को चुनौती देकर शुरुआत करनी होगी और एक ठोस आधार प्रदान करने के लिए परिसंपत्तियों में निवेश करना होगा। अडानी ने 1990 के दशक के मध्य में, वैश्विक जिंस व्यापारी कारगिल ने उनसे गुजरात के कच्छ क्षेत्र से नमक के निर्माण और स्रोत के लिए साझेदारी के लिए संपर्क किया था। उन्होंने कहा, ‘हालांकि, साझेदारी सफल नहीं हो पाई, लेकिन हमारे पास लगभग 40,000 एकड़ दलदली भूमि और नमक के निर्यात के लिए मुंदड़ा (गुजरात में) में निजी उपयोग को लेकर जेट्टी (घाट) बनाने की मंजूरी रह गई।’

जिसे अन्य लोग दलदली बंजर भूमि के रूप में देखते थे, उसे उन्होंने कायाकल्प का इंतजार कर रहे एक बड़े क्षेत्र के रूप में देखा। वह क्षेत्र अब भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है। उन्होंने कहा, ‘मुंदड़ा में आज भारत के सबसे बड़े बंदरगाह, सबसे बड़े औद्योगिक विशेष आर्थिक क्षेत्र, सबसे बड़े कंटेनर टर्मिनल, सबसे बड़े तापीय बिजली संयंत्र, सबसे बड़ी सौर विनिर्माण सुविधा केंद्र, सबसे बड़े तांबा संयंत्र और सबसे बड़ी खाद्य तेल रिफाइनरी है। इतना ही नहीं, मुंदड़ा अंत में जो बनेगा, हम उसका केवल 10 प्रतिशत ही उपयोग कर रहे हैं।’

गौतम अडानी ने कहा कि अब वह कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क बना रहे हैं और मुंबई में धारावी झुग्गी-बस्ती का पुनर्विकास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हालांकि, हमने हवाई अड्डों, बंदरगाहों, लॉजिस्टिक, औद्योगिक पार्कों और ऊर्जा में भारत के बुनियादी ढांचे को फिर से परिभाषित करने में मदद की है, लेकिन यह जीत नहीं है जो हमें परिभाषित करती है। यह चुनौतियों का सामना करने और उन पर काबू पाने की मानसिकता है जिसने अडानी समूह की यात्रा को खूबसूरत आकार दिया है।’

  • Hathuwa Samachar

    Hathuwa Samachar : हथुआ समाचार, बिहार राज्य के गोपालगंज जिले के हथुआ राज से संबंधित एक प्रमुख समाचार चैनल है। पिनकोड 841436 वाले इस क्षेत्र से संचालित यह समाचार चैनल विश्वभर की ताज़ा और सटीक खबरों को हिंदी में प्रस्तुत करता है। विश्वसनीयता और सटीकता हथुआ समाचार अपनी विश्वसनीयता और तथ्यपरकता के लिए जाना जाता है। चैनल का प्रमुख उद्देश्य दर्शकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है। इसकी खबरें विभिन्न क्षेत्रों और मुद्दों को कवर करती हैं, जिससे दर्शकों को सभी महत्वपूर्ण घटनाओं की सही जानकारी मिल सके। समाचार की व्यापकता हथुआ समाचार हर प्रमुख और छोटे समाचार की कवरेज करता है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ, राष्ट्रीय मुद्दे, स्थानीय समाचार, और विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक घटनाएँ शामिल हैं। चैनल की टीम विश्वसनीय स्रोतों से समाचार एकत्र करती है, जिससे खबरों की गुणवत्ता और सटीकता पर कोई समझौता नहीं होता। संपर्क जानकारी हथुआ समाचार से संपर्क करने के लिए आप ईमेल के माध्यम से उनकी टीम से जुड़ सकते हैं। संपर्क विवरण इस प्रकार है: ईमेल: News@hathuwa.com इस प्रकार, हथुआ समाचार अपने दर्शकों को हिंदी में सटीक और विश्वसनीय खबरें प्रदान करने में अग्रणी है और वैश्विक स्तर पर समाचार की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

    संबंधित खबर

    शादी के बाद पति सिद्धार्थ संग पहली बार दिखीं अदिति राव हैदरी, सादगी ने जीता दिल-2024
    • September 19, 2024

    अदिति राव हैदरी और सिद्धार्थ ने 16 सितंबर को शादी की और अब हाल ही वह पब्लिकली पहली बार साथ नजर आए। दोनों को मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया।…

    आगे और पढ़ें

    पढ़ना जारी रखें
    करोलबाग हादसा: किसी की शादी की तैयारी चल रही थी,4 जिंदा हो गए दफन-2024
    • September 19, 2024

    करोलबाग हादसा : ये जब्र भी देखा है तारीख की नजरों ने, लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई। मुजफ्फर रज्मी का ये शेर दिल्ली के करोल बाग…

    आगे और पढ़ें

    पढ़ना जारी रखें

    Leave a Reply

    आपसे खबर छूट गई

    शादी के बाद पति सिद्धार्थ संग पहली बार दिखीं अदिति राव हैदरी, सादगी ने जीता दिल-2024

    करोलबाग हादसा: किसी की शादी की तैयारी चल रही थी,4 जिंदा हो गए दफन-2024

    हथौड़ा मार कर दी पत्नी की हत्या, पति ने खुद पुलिस को बताया सच,2024

    यहां थूक लगी रोटियां नहीं मिलेंगी..ऐसा क्यों बोले योगी आदित्यनाथ-2024

    पितरों का तर्पण करने गए जीजा साले की आफत में आई जान, 2024

    पूर्णिया में पप्पू यादव के समर्थक को मारी गोली, गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती-2024