आरा शहर के पूर्वी रमना मैदान रोड स्थित एक अस्थाई जलेबी दुकान से बुधवार शाम जलेबी खाने के बाद 35 से 40 लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। हनुमान मंदिर के पास लगी इस दुकान की जलेबी खाने के कुछ ही घंटों बाद लोगों में पेट दर्द, उल्टी, दस्त, बेचैनी और सांस लेने में तकलीफ जैसी शिकायतें सामने आने लगीं। स्थिति गंभीर होने के कारण सभी प्रभावित लोगों को आरा के सदर अस्पताल और कुछ को निजी अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
जलेबी की दुकान को किया गया सील
घटना की सूचना मिलते ही फूड विभाग और पुलिस प्रशासन की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दुकान पर छापा मारा। जलेबी और उसके बनाने में उपयोग किए गए तेल को जब्त कर जांच के लिए भेजा गया है। साथ ही दुकान को सील कर दिया गया है। फूड विभाग ने बताया कि खाने का नमूना लैब में भेजा जाएगा ताकि पता चल सके कि जलेबी में कौन से तत्व लोगों की तबीयत बिगड़ने का कारण बने।
दशहरा से गंगा स्थान तक लगती है अस्थाई दुकान
इस जलेबी की अस्थाई दुकान का संचालन बाबू बाजार के निवासी अशोक कुमार द्वारा दशहरा से गंगा स्थान तक ही किया जाता है। दशहरा के समय से ही यह दुकान रमना मोड़ के पास लगाई जाती है, जहां जलेबी खरीदने के लिए लंबी लाइनें लगती हैं। यहां दूर-दूर से लोग विशेष तौर पर इस दुकान की जलेबी खाने आते हैं।
पुलिस और प्रशासन की निगरानी
पुलिस ने बताया कि यह मामला गंभीर है और फूड पॉइजनिंग के कारणों का पता लगाने के लिए सभी संबंधित एजेंसियां जुट गई हैं। जांच के बाद दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रभावित लोगों के परिजनों में इस घटना से काफी नाराजगी है। लोग फूड विभाग से नियमित जांच और स्वच्छता की सख्ती की मांग कर रहे हैं।
अस्पताल में भीड़ और लोगों की नाराजगी
अस्पतालों में भर्ती मरीजों के परिजनों में इस घटना से हड़कंप मच गया है। वे प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। फूड विभाग का कहना है कि आगे से ऐसे अस्थाई दुकानों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी।