मेरठ। पुलिस में भर्ती कराने का झांसा देकर पुलिसकर्मी रामकिशन ने फल-सब्जी के आढ़ती सुभाष कुमार की पत्नी सुनीता से 30 लाख रुपये ठग लिए। फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया, लेकिन ज्वाइनिंग कराने को लेकर चार साल तक टालता रहा। दो माह पहले रामकिशन की मौत हो गई, अब सुनीता ने रामकिशन की बेटी रूबी के खिलाफ ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है, क्योंकि रकम रूबी को ही दी गई थी।
पुलिसकर्मी : यह है पूरा मामला
सुनीता के अनुसार, वर्ष 2020 में पड़ोस में रहने वाली आरती ने रामकिशन से उनकी मुलाकात कराई थी तभी उसने उनके बेटे आकाश और बेटी आंचल को पुलिस की क्राइम ब्रांच में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। भर्ती कराने के लिए 30 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। उस समय रामकिशन की तैनाती आरआई कार्यालय में थी।
सुनीता का कहना है कि एक दिन पुलिसकर्मी रामकिशन ने आकाश व आंचल को पुलिस लाइन के गेट नंबर पांच से अंदर बुलाया। वहां मैदान में दोनों से दौड़ लगवाई। उन्हें बताया गया कि सीसीटीवी के जरिए उनकी दौड़ लखनऊ में बैठे अधिकारी देख रहे हैं।
बाद में दोनों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया। इसी बीच उसने 30 लाख रुपये ले लिए। रकम लेने के बाद वह नियुक्ति कराने के लिए चार साल टालता रहा। कभी अधिकारियों के अवकाश पर जाने तो कभी स्थानांतरण का बहाना बनाकर टालमटोल करता रहा।
दो माह पहले हुई पुलिसकर्मी की मौत
उन्होंने पुलिसकर्मी रामकिशन से रकम वापस मांगी तो उसने यह कहकर इनकार कर दिया कि सारे रुपये ऊपर अधिकारियों को सौंप दिए हैं। अब दो माह पहले पुलिसकर्मी रामकिशन की मौत हो गई।
सुनीता का कहना है कि रकम रूबी को ही दी गई थी। उन्होंने रूबी के खिलाफ ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है। सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया कि विवेचना की जा रही है।