पीएम मोदी; जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डोडा में जनसभा से कुछ घंटे पहले शुक्रवार शाम को किश्तवाड़ में आतंकियों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में सेना के दो जवान बलिदान हो गए। जबकि दो घायल हुए हैं। इसके बाद भाग निकले आतंकियों को मार गिराने के लिए सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान छेड़ दिया है।
पीएम मोदी की जनसभा स्थल से 20 KM दूर हुआ हमला
हमला स्थल से डोडा में पीएम मोदी की जनसभा स्थल की दूरी करीब 20 किमी है। किश्तवाड़ में जहां यह हमला हुआ, उससे करीब 15 किलोमीटर दूर भाजपा की दो रैलियां भी चल रहीं थीं। एक जगह केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और दूसरी जगह राज्यसभा सदस्य गुलाम अली खटाना लोगों को संबोधित कर रहे थे।
डोडा में पहले चरण के तहत 18 सितंबर को मतदान होना है। इसको लेकर तैयारियां व सुरक्षा प्रबंधों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बता दें कि मुठभेड़ किश्तवाड़ जिले के पहाड़ी क्षेत्र छात्रू में हुई। पीएम मोदी की शनिवार को डोडा में जनसभा, भाजपा नेताओं की रैलियों और 18 को मतदान के मद्देनजर सुरक्षाबल पहाड़ी क्षेत्रों में गश्त व मोर्चा संभालने में जुटे थे।
इसी दौरान दोपहर बाद करीब चार बजे छात्रू के नाइद गांव में जब सुरक्षा बलों का दस्ता आगे बढ़ा तो एक जगह छिपे आतंकियों ने उनपर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। अन्य जवानों ने घायल साथियों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
जहां दो ने वीरगति पाई और दो का उपचार जारी है। सेना ने एक्स पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि एक पुख्ता सूचना के आधार पर पुलिस के साथ छात्रू में एक संयुक्त अभियान चलाया गया था। इसी दौरान आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई है। इससे पहले बुधवार, 11 सितंबर को ऊधमपुर जिले के पहाड़ी क्षेत्र बसंतगढ़ में एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने जैश के दो आतंकियों को मार गिराया था।
पिछले माह 14 अगस्त को भी डोडा के अस्सर में एक मुठभेड़ में सेना का कैप्टन बलिदान हो गया था। इस मुठभेड़ में एक आतंकी भी मारा गया था, जबकि अन्य भाग निकले थे। सूत्रों के अनुसार, ताजा मुठभेड़ अस्सर से भागे आतंकियों के साथ ही हुई है।