1971 में जिस पाकिस्तानी सेना को पूर्वी पाकिस्तान/बांग्लादेश से मार भगाया था. 53 साल बाद फिर से पाकिस्तानी सेना ने बांग्लादेश में लौटने लगी है. पाकिस्तानी सेना के जनरल साहब जल्द अपनी पूरी टीम के साथ बांग्लादेश के दौरे पर आ सकते हैं. यह सुनकर चौंकना लाजमी है, लेकिन यह सच है. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के चेयरमैन ज्वाइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ कमेटी जनरल साहिर शमशाद मिर्ज़ा ने बांग्लादेश को एक प्रस्ताव भेजा था.
इस प्रस्ताव में वह खुद बांग्लादेश सेना के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, इन्फेंट्री एंड टैक्टिस स्कूल, डिफेंस सर्विस कमॉंड का दौरा करने की इच्छा जताई. जनरल मिर्जा बांग्लादेश सेना के स्टाफ कॉलेज में युवा अफसरों को गेस्ट स्पीकर के तौर पर संबोधित करना चाहते है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. इस दौरे से संबंधित एक दौर की बातचीत भी हो चुकी है. हांलाकि तारीख का अभी एलान नहीं हुआ है.
बांग्लादेश नौसैन्य अभ्यास की तैयारी
शेख हसीना के जाने और यूनुस के आने के बाद से फिर से बांग्लादेश पाकिस्तान करीब जाने लगा है. शेख हसीना ने साल 2022 में पाकिस्तानी वॉरशिप PNS तैमूर को चिटगाँव में डॉक करने इजाजत नहीं थी. रिपोर्ट के मुताबिक अब बंगाल की खाड़ी में पाकिस्तानी नौसेना के साथ साझा अभ्यास की तायारी में है. रिपोर्ट के मुताबिक कराची में 7 फरवरी से 11 फ़रवरी तक आयोजित होने वाले मल्टिनेशनल नेवल अभ्यास ‘अमन 2025’ में भी बांग्लादेश शामिल होने जा रहा है.
दोनों के बीच बढ़ते सामरिक रिश्तों पर रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल अशोक कुमार (रि) का कहना है ‘मौजूदा सरकार का हर बीतते दिन के साथ पाकिस्तान के साथ लगाव बढ़ रहा है. पाकिस्तान के राजनयिक है सैन्य संसथानो के प्रमुख उनका इस इच्छा को व्यक्त करनवा कि वो बंग्लादेश के साथ और करीबी रिश्ता चाहते है. यह भारत लिए एक चुनौती बनने वाली है’.
बांग्लादेश मोहम्मद यूनुस की दरियदिली
आज़ादी के 53 साल बाद फिर से बांग्लादेश पाकिस्तान की शक्ल लेता जा रहा है. पहले पाकिस्तानी जमात ने शेख हसीना की सरकार गिराई . भारत के साथ दुश्मनी बढ़वाई और अब पाकिस्तान फिर से बांग्लादेश को अपने गिरफ़्त में लेना शुरू कर चुका है. पाँच साल से जो इस्लामाबाद से बांग्लादेश की सीधी फ्लाइट बंद थी वो अब फिर से बहाल करने का एलान कर दिया गया है. बांग्लादेश के मोहम्मद यूनिस की अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान के वीज़ा में भी छूट देने का एलान कर दिया है.
इस दरियादिली के पीछे बांग्लादेश रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल (रि) का कहना है ‘पहले ISI लुकछुप कर अपनी गतिविधियों को बांग्लादेश में अंजाम देता था. अब इस मौजूदा सरकार में वो खुलकर भारत विरोधी गतिविधियों अंजाम देगा’. बांग्लादेश पहले ही पाकिस्तान को जनवरी में आयोजित होने वाले ट्रेड एग्जिबिशन के लिए न्योता दे चुका है. पाकिस्तान से कार्गो शिप बांग्लादेश के चिटगाँव पोर्ट पर सीधा पहुंचना. पाकिस्तान से आने वाले सामान के इंस्पेक्शन से भी छूट देना. मोहम्मद यूनुस की दरियादिली ही है.
ISI का प्लान
बांग्लादेश में रिजीम चेंज ऑपरेशन में पाकिस्तान के हाथ होने की खबरे पुष्ट चुकी है. ISI ने इस पूरे खेल को रचा. पाकिस्तान के दो टुकड़े होने के बाद से ही वह भारत बांग्लादेश के बीच रिश्ते खराब करने की साज़िश रच रहा था. शेख़ हसीना की सरकार का पतन करा कर वो अपनी साज़िश में काफी हद तक सफल हो गया. पाकिस्तानी सेना के जनरल बांग्लादेश आने को हैं. डायरेक्ट फ्लाइट से ISI एजेंट ढाका पहुंचने का पूरा इंतेजाम हो चुका है. अब पाकिस्तानी सेना और ISI बचा काम खुद बांग्लादेश में रह कर लेगी. मतलब साफ है भारत के बगल में एक और पाकिस्तान बनना शुरू हो चुका है.