बिहार के सीतामढ़ी जिले में हाईवे पर इन दिनों फिर लुटेरे काफी सक्रिय हो गए हैं। किसी गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद कुछ माह तक हाईवे पर राहगीरों से लूटपाट रूक जाती है। हालांकि बाद में फिर दूसरा गैंग सक्रिय हो जाता है। ये लुटेरे अक्सर किसी न किसी को अपना शिकार बनाते रहते हैं। इन पीड़ितों में अधिकांश पुलिस के रवैए को भांपकर कोई शिकायत भी नहीं करते है। हाईवे लुटेरों ने इस बार फायर बिग्रेड के कर्मी की पत्नी शिकार बनाया है। उससे चेन छीनकर फरार हो गए।
सीतामढ़ी में दिनदहाड़े लूट कर फरार हो गए लुटेरे
महिला से लूट की यह घटना डुमरा थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय, सिमरा के समीप दिनदहाड़े हुई है। जहां पर घटना घटी है, वह पहले हाईवे था। पीड़िता के पति फायर बिग्रेड कर्मी पंजाबी सिंह हैं। पीड़ित महिला का नाम कुंदन देवी है। मूल रूप से कुंदन देवी लखीसराय जिले के बड़हिया थाना के शहजादपुर गांव की हैं।
सोने की चेन लूट लेने के संबंध में डुमरा थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें अज्ञात बदमाशों को आरोपी बनाया गया है। महिला ने बताया है कि उनके पति सीतामढ़ी फायर बिग्रेड में तैनात हैं। वह सीतामढ़ी पुलिस केंद्र में पति के साथ रहती है। वह सिमरा बाजार से सब्जी खरीद कर लौट रही थी। इसी दौरान बाइक सवार तीन में से एक अपराधी ने उनके गले से सोने की चेन छीन ली। फिर तीनों फरार हो गए।
सात लुटेरे हुए थे गिरफ्तार
गौरतलब है कि हाल के महीनों में सीतामढ़ी पुलिस ने हाईवे लुटेरा गैंग के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इनमें चार सहोदर भाई भी थे, जो मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले थे। इस शातिर गिरोह ने लगातार वारदात को अंजाम देकर पुलिस की नाक में दम कर दिया था।
ताबड़तोड़ लूट और हत्या की घटनाओं को वारदात देकर गिरोह के सदस्य अंडरग्राउंड हो जाते थे। लुटेरे गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए एसपी मनोज कुमार तिवारी ने सदर डीएसपी राम कृष्णा के नेतृत्व में तेज तर्रार पुलिस अफसरों की टीम गठित की थी।
इस टीम ने तकनीकी साधनों समेत अन्य आधार पर गिरोह का भंडाफोड़ किया था। गिरफ्तार बदमाशों में मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज थाने के शेख रियाज उर्फ रेहान उर्फ गुड्डू, शेख इरफान उर्फ रेहान का भाई, शेख सद्दाम, शेख रिजवान, सीतामढ़ी नगर थाना क्षेत्र के भूपभैरो गांव के रत्नेश कुमार, बरियारपुर गांव के सुनील कुमार और भरत राय शामिल थे।
सड़कों पर लूटपाट करने का धंधा
इससे पहले सीतामढ़ी पुलिस ने लूट की घटनाओं पर विराम लगाने के लिए एक विशेष टीम गठित की थी। इस टीम ने चेन स्नैचिंग और लूट की घटनाएं कर भूमिगत हो जाने वाले गिरोह के चार सदस्यों को दबोचा था। इनमें मुजफ्फरपुर जिला के कटरा गांव के रामनरेश सिंह का पुत्र मुन्ना कुमार सिंह, मेहसौल ओपी क्षेत्र का कन्हैया कुमार यादव, रौशन राय और शिवहर जिला के धनकौल का दिलीप राय शामिल था।
अपराधियों के ठिकाने से 4 देशी पिस्तौल, 20 जिंदा कारतूस, 6 मोबाइल, 2 साइकिल, 7 मास्क, गाड़ी का नंबर खोलने वाला रिंच समेत अन्य सामान बरामद हुए थे। एसपी ने बताया था कि गिरोह का सरगना मुन्ना कुख्यात अपराधी रहा है। वह अपना नाम बदलकर पिछले 6 माह से बसवरिया में रह रहा था। यहीं से वो साथियों के साथ अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था। इस कुख्यात के पास से एक ही नंबर के दो आधार कार्ड अलग-अलग नाम से बरामद किए गए थे।