बिहार के बरौनी जंक्शन पर दुर्घटना में रेलवे कर्मचारी की मौत के मामले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. इस मामले में डीआरएम की टीम ने पूरी जांच की है और रिपोर्ट में यह सामने आया है कि एक गलत इशारे के कारण रेलकर्मी अमर कुमार की मौत हो गई. इसका जिम्मेदार दूसरा रेलकर्मी मोहम्मद सुलेमान है और उसे इस मामले में दोषी पाया गया है. डीआरएम की बनाई पांच सदस्यों की टीम ने जांच रिपोर्ट में कहा है कि सुलेमान ने बफर मांगा और फिर लोको पायलट को हाथ से आगे बढ़ने का इशारा किया, जिसके बाद सुलेमान ने हाथ के इशारे से पीछे करने का इशारा किया और 1 मिनट बाद ही तेजी से भाग कर आगे बढ़ने का इशारा किया. इसी दौरान अमर कुमार की मौत कपलिंग के बीच दबाकर हो गई. इसके बाद इंजन और पावर कट करके सीबीसी डिटैच करके लाश को बाहर निकाला गया.
बता दें कि बेगूसराय जिले के बरौनी जंक्शन पर शनिवार को शंटिंग के ऑपरेशन के दौरान लखनऊ बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 15204 के इंजन को अलग किया जा रहा था. इस दौरान रेलकर्मी अमर कुमार और मोहम्मद सुलेमान को इंजन डिटैच करने के लिए भेजा गया था. इसी दौरान मोहम्मद सुलेमान ने गलत इशारा कर दिया जिससे अमर कुमार की जान चली गई. रेलवे की प्राथमिक जांच रिपोर्ट में इस हादसे की वजह तालमेल की कमी बताया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, बरौनी जंक्शन पर शंटिंग के दौरान कोऑर्डिनेशन की कमी की वजह से एक प्वाइंट्समैन की दर्दनाक मौत हो गई.
बरौनी जंक्शन रेल हादसे पर जांच रिपोर्ट आई सामने.
प्राथमिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि कि इंजन और बोगी को अलग करते समय दोनों प्वाइंट्समैन अमर कुमार और मोहम्मद सुलेमान के बीच तालमेल की कमी रही. रिपोर्ट में कहा गया है कि शंटिंगमैन अमर कुमार और मोहम्मद सुलेमान के बीच शंटिंग प्रक्रिया के दौरान सही तरीके से तालमेल नहीं हुआ. इसकी वजह से सुलेमान ने इंजन ड्राइवर को गलत मैसेज दिया और अमर कुमार को जान गंवानी पड़ी. रेलवे में कोच को इंजन से अलग करने की जिम्मेदारी शंटिंगमैन की होती है. रिपोर्ट में घटना के लिए प्राथमिक तौर पर सुलेमान को जिम्मेदार ठहराया गया है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है घटना के तत्काल बाद ही सोनपुर रेल मंडल के वरिष्ठ अधिकारी बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर पहुंचे, जहां यह ट्रेन खड़ी थी. इस घटना की तत्काल जांच के आदेश दिए गए. मामले पर डीआरएम सोनपुर ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जो कार्यस्थल पर नहीं होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि हमने तुरंत मामले की अधिकारी स्तरीय जांच के आदेश दिए. हमने पीड़ित परिवार को अंतिम संस्कार भत्ता जारी किया और अमर के परिवार को सेवा नियमों के तहत मुआवजा दिया जाएगा.