केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने संसद गेट पर झड़प को लेकर राहुल गांधी पर हमला बोला. उन्होंने गुरुवार को हुई झड़प में भाजपा के दो सांसदों को कथित रूप से चोट पहुंचाने के आरोप में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी सांसद को धक्का देना ‘मर्दानगी’ की निशानी नहीं है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि बीआर अंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह की ‘फैशन’ टिप्पणी को लेकर गुरुवार को संसद के एक गेट पर विरोध और प्रतिवाद के दौरान कांग्रेस नेता ने भाजपा सांसद मुकेश राजपूत को धक्का दिया था,
जो साथी सांसद प्रताप सारंगी पर गिर गए थे, जिससे दोनों घायल हो गए. इसके बाद सांसदों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.इस संबंध में संसद मार्ग थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 117 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना), 125 (दूसरों के जीवन या निजी सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कृत्य), 131 (आपराधिक बल का प्रयोग), 351 (आपराधिक धमकी) और 3 (5) (साझा मंशा) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि गुरुवार की घटना, जिसमें कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल थे, ‘टाली जा सकती थी’.संसद कैम्पस में हुई ‘धक्का-मुक्की’ के सिलसिले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी मामला दर्ज किया गया है. पीटीआई ने अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि पुलिस इस घटना में घायल दो सांसदों के बयान दर्ज कर सकती है और विपक्षी नेता को पूछताछ के लिए भी बुला सकती है.
एक अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मामले को स्थानीय पुलिस से अपराध शाखा को सौंपने पर भी विचार कर सकते हैं.बीजेपी सांसद की शिकायत पर राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर का जिक्र करते हुए रिजिजू ने कहा, “संसद में तीखी बहस होती है. यह 1952 से हो रहा है, इसमें कुछ नया नहीं है. लेकिन जब कोई घटना चोट का कारण बनती है और पुलिस केस दर्ज होता है, तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस की कार्रवाई चोटों के कारण है,
जिसके चलते दो सांसदों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा… यह टाला जा सकता था, विपक्ष के नेता को शारीरिक झगड़े में नहीं पड़ना चाहिए.”केंद्रीय मंत्री ने गुरुवार को तंज कसते हुए, गांधी से पूछा, जो जापानी मार्शल आर्ट फॉर्म, ऐकिडो में ब्लैक बेल्ट रखते हैं, “क्या आपने कराटे, कुंग फू सीखा है, ताकि अन्य सांसदों को पीट सकें?” इस बारे में पूछे जाने पर रिजिजू ने कहा, “ऐसा कहा जाता है
कि मार्शल आर्ट आत्मरक्षा के लिए है. लेकिन मेरा मानना है कि खेल, खेल और मार्शल आर्ट शारीरिक फिटनेस की इच्छा के लिए हैं, किसी को मारने के लिए नहीं. लेकिन राहुल गांधी जी का टी-शर्ट पहनकर संसद में आना और एक बूढ़े, नाजुक सांसद को धक्का देना, यह ‘मर्दानगी’ (पुरुषत्व) नहीं है कि आप एक अच्छे सांसद हैं, यह एक अच्छे सांसद का प्रतीक नहीं है. “आरोपों को लेकर राहुल गांधी ने इस बात से इनकार किया था कि उन्होंने किसी को धक्का दिया था
और कहा था कि भाजपा सांसद उन्हें रोक रहे थे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी दावा किया था कि उन्हें बीजेपी सांसदों ने धक्का दिया था और उनके घुटनों में चोट लग गई थी. जब रिजिजू से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद संसद के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और राहुल गांधी ने जबरन अंदर घुसने की कोशिश की और लोगों को इधर-उधर धकेल दिया.