हिमाचल प्रदेश के मंडी से भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने बांग्लादेश में हिंदू पुजारियों की स्थिति पर चिंता जताई है. उन्होंने हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के मामले को लेकर बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता व्यक्त की. कंगना ने कहा कि इन मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर कोई आंदोलन नहीं हो रहा है, जो बेहद चिंताजनक है.
गंभीर चिंता का विषय..
कंगना रनौत ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा बांग्लादेश में साधु-संतों की स्थिति हमारे लिए गंभीर चिंता का विषय है. वहां हो रहे अत्याचारों के खिलाफ न तो यहां प्रदर्शन हो रहे हैं और न ही सोशल मीडिया पर कोई खास चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सबकी नजर होनी चाहिए.
अशांति फैलाने का आरोप लगाया..
कंगना ने बांग्लादेश में मौजूदा अंतरिम सरकार नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनुस पर unrest अशांति फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा जब से मोहम्मद युनुस सत्ता में आए हैं, बांग्लादेश में स्थिति खराब हो गई है. हम वहां के हिंदू समुदाय के साथ खड़े हैं और उनकी सुरक्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं.
बांग्लादेश में क्या हो रहा?
बांग्लादेश में हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया है. उन पर 25 अक्टूबर को चिटगांव में बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा ध्वज फहराने का आरोप है. हालांकि, इस्कॉन बांग्लादेश ने एक वकील की हत्या के मामले में अपनी किसी भी तरह की भागीदारी से इनकार किया है.
वहीं, चटगांव कोर्ट परिसर में 27 नवंबर को हुई हिंसा के बाद से स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है. इस्कॉन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए चिन्मय कृष्ण दास के साथ एकजुटता दिखाई है और उनके लिए भगवान कृष्ण से प्रार्थना की है. चिन्मय कृष्ण दास फिलहाल बांग्लादेश की जेल में बंद हैं, जहां उनकी जमानत याचिका चिटगांव कोर्ट ने खारिज कर दी है.