राजस्थान में एक तरफ विधानसभा की सात सीटों के उपचुनाव में पांच सीटें जीतने का बीजेपी जश्न मना रही थी वहीं दूसरी तरफ सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ (झालरापाटन) में बिना किसी का नाम लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर तीखा हमला बोला. राजे ने कहा बादल कुछ देर तो सूरज के आगे आकर उसे अदृश्य कर सकते हैं, लेकिन ज्यादा देर तक उसकी दमक को रोकने का सामर्थ्य उनमें नहीं होता. राजे ने कहा कि आजकल लोग पीठ में छुरा घोपनें में माहिर हैं. अत्यंत विकट परिस्थिति में भी जो हार नहीं मानते हैं, जीत उन्हीं की होती है.
राजे ने यह बयान शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र झालरापाटन में दिया. राजे ने झालरापाटन में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 14 फीट ऊंची प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम के दौरान ये बातें कही. राजे ने महाराणा प्रताप के सिद्धांत और खूबियों की चर्चा करते हुए कहा कि आजकल लोग पीठ में छुरा घोपनें में माहिर हैं जबकि महाराणा कभी ऐसा नहीं करते थे. वे निहत्थे पर वार भी नहीं करते थे. दो तलवार साथ रखते थे. एक अपने लिए और दूसरी निहत्थे के लिए.
वसुंधरा राजे, समय का चक्र पहिये सा घूमता है
राजे ने कहा कि महाराणा प्रताप ने महिलाओं पर कभी हमला नहीं किया. वे मातृभूमि की रक्षा के लिए अंत तक लड़े. राजे ने महाराणा प्रताप की 10 सीख बताते हुए कहा कि समय का चक्र पहिये सा घूमता है. महलों में मखमल पर सोने वाले राजा को भी जंगल में कांटों पर सोना पड़ता है. महाराणा का जीवन दर्शन हमें यही सिखाता है. जो सुख में अति प्रसन्न और संकट में डर कर झुक जाते हैं उन्हें न तो सफलता मिलती और न ही इतिहास याद रखता है. महाराणा प्रताप के जीवन से हमें यह प्रेरणा लेनी चाहिए.
सांप से कितना ही प्रेम कर लो लेकिन वह जहर उगलेगा ही
राजे ने कहा कि सांप से कितना ही प्रेम कर लो लेकिन वह अपने स्वभाव के अनुरूप कभी न कभी तो आप पर जहर उगलेगा ही. सर कटा लो, लेकिन दुश्मन के सामने कभी सर मत झुकाओ. जब तक लक्ष्य प्राप्ति न हो जाये तब तक 24 घंटे जागते रहो. सोओ मत. राजे के इन बयानों के राजनीति के गलियारों में कई मायने लगाए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि राजे ने बिना किसी का नाम लिए इशारों ही इशारों में बहुत कुछ कह डाला. इस दौरान राजे और उनके सांसद बेटे दुष्यंत सिंह ने झालावाड़ जिले को कई सौगातें देते हुए विभिन्न कार्यों का लोकार्पण तथा शुभारंभ किया गया.