केंद्र सरकार की ‘उड़ान योजना’ में शामिल Sabeya Airport के बाउंड्री कार्य का हुआ शिलान्यास सबेया एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगी फ्लाइट्स!-2025 चालू होने की उम्मीद बढ़ गयी है. सोमवार को एयरपोर्ट की बाउंड्री के लिए सांसद सह जेडीयू के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन ने शिलान्यास किया. सबेया एयरपोर्ट की बाउंड्री का शिलान्यास होने के साथ ही लोगों में यह उम्मीद जग गयी है कि जल्द ही यहां से हवाई सेवा शुरू हो जाएगी.
शिलान्यास के दौरान दानापुर कैंट के सैन्य अधिकारी अपूर्व नारायण और मोहम्मद अली भी थे. इस दौरान सांसद ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने Sabeya Airport की जमीन की बाउंड्री के लिए चार करोड़ 9 लाख 12 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की है.
पहले फेज में जमीन की घेराबंदी पूरी की जाएगी. इसके बाद रनवे की मरम्मति का कार्य शुरू किया जाएगा. जून के पहले इस कार्य को पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए तीन करोड़ 62 लाख 73 हजार रुपए आवंटित किया गया है. 11 किमी की परिधि में चहारदीवारी का निर्माण होना है. सांसद ने कहा कि सबेया एयरपोर्ट के चालु हो जाने से गोपालगंज जिले के अलावा समूचे उत्तर बिहार के लोग लाभान्वित होंगे.
Sabeya Airport बहुत जल्द मिलेगा उड़ान सेवा का लाभ
केंद्र सरकार ने इसे उड़ान सेवा में शामिल किया है. बहुत जल्द ही लोगों को उड़ान सेवा का लाभ मिलेगा. मौके पर सांसद प्रतिनिधि रामाशीष सिंह, प्रदेश सचिव प्रमोद पटेल, धर्मराज प्रसाद, हरेराम सिंह, एसडीएम अभिषेक कुमार चंदन, एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता, बीडीओ, सीओ समेत पूर्व उप प्रमुख योगेंद्र राम, पूर्व मुखिया शशि भूषण प्रसाद, डॉ ललन राय, पूर्व बीडीसी कामाख्या नारायण भगत समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहें.
Sabeya Airport : रक्षा मंत्रालय का है हवाई अड्डा
अंग्रेजों ने 1868 में Sabeya Airport में 517 एकड़ जमीन पर इस हवाई अड्डे को बनाया था. चीन के नजदीक होने के कारण रक्षा के दृष्टिकोण से यह हवाई अड्डा काफी संवेदनशील था. आजादी के बाद रक्षा मंत्रालय ने इस हवाई अड्डे को ओवरटेक करने के बाद इसे विकसित करने की जगह उपेक्षित छोड़ दिया था. अब इसे नरेंद्र मोदी की सरकार ने ”उड़ान योजना” में शामिल कर विकसित करने की पहल शुरू की है.
विकसित करने की क्यों पड़ी जरूरत
गोपालगंज व सीवान के डेढ़ लाख से अधिक लोग विदेशों में रह रहे हैं. यहां से नजदीक गोरखपुर एयरफोर्स का यूनिट है. इनमें से खाडी़ देशों के मस्कट, ओमान, सउदी, इरान, बहरीन, दुबई जाते हैं. सीवान के बाद विदेशी मुद्रा की सर्वाधिक आवक गोपालगंज में है. यहां घरेलू उड़ान शुरू होने से कारोबार बढ़ेगी और देश में विदेशी मुद्रा लाने वाले कमासूतों को सहूलियत मिलेगी साथ ही सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा.