UP STF की पुलिस लगातार एक्शन मोड में है. लंगड़ा ऑपरेशन के जरिए राज्य में अपराध मुक्त समाज बनाने की कवायद जारी है. इसी कड़ी में मेरठ की एसटीएफ यूनिट की कुख्यात गैंग मुस्तफा कग्गा के साथ मुठभेड़ हो गई, जिसमें चार बदमाश ढेर हो गए. एक मारे गए बदमाश के ऊपर एक लाख रुपये का ईनाम रखा गया था. इस मुठभेड़ में STF को लीड कर रहे इंस्पेक्टर को भी कई गोलियां लग गईं, जिन्हें घायल हालत में गुरुग्राम के मेदांता में एडमिट कराया गया है.
UP STF ने जानकारी देते हुए बताया कि 20 और 21 जनवरी की मध्य रात्रि में मुस्तफा कग्गा गैंग का सदस्य अरशद, जो जिला सहारनपुर का रहने वाला था. वो अपने तीन अन्य साथियों मंजीत, सतीश और एक अज्ञात साथी के साथ शामली इलाके में आया था. उसकी मूवमेंट की जानकारी मिलने के बाद एसटीएफ मेरठ की टीम ने घेराबंदी की थी और उन सभी को सरेंडर करने के लिए कहा गया. लेकिन बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें चारों बदमाश ढेर हो गए.
अरशद और उसके साथी UP STF मेरठ के साथ मुठभेड़ में घायल हो गए. मुठभेड़ के दौरान घायल होने के कारण उनकी मौत हो गई. घटना शामली जिले के थाना झिंझीना के इलाके में हुई. अरशद सहारनपुर के थाना बेहट से लूट के एक मामले में वांटेड था. एडीजी जोन द्वारा उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था. अरशद के खिलाफ लूट, डकैती और हत्या के एक दर्जन मामले दर्ज हैं. मुठभेड़ के दौरान UP STF टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर सुनील को कई गोलियां लगी हैं, जिनका करनाल के अमृतधारा अस्पताल में इलाज चल रहा है. उन्हें मेदांता, गुड़गांव रेफर किया गया है.