What is Sugar Daddy : शुगर डैडी रिलेशन का छोटे शहरों में चलन, युजवेंद्र चहल ने क्यों कसा तंज-2025

What is sugar daddy : क्या है शुगर डैडी? भारतीय सोशल मीडिया में यह सवाल तब तेजी से पूछा जाने लगा और गूगल पर इसके बारे में जानकारी खोजी जाने लगी, जब क्रिकेटर युजवेंद्र चहल अपनी पत्नी से तलाक के मामले में फैमिली कोर्ट पहुंचे. युजवेंद्र चहल ने  उस वक्त जो टीशर्ट पहनी थी, उसपर लिखा था-be your own sugar daddy.

क्या मैसेज देना चाहते थे युजवेंद्र चहल?

दरअसल युजवेंद्र चहल की पत्नी ने तलाक के बाद चहल से 4.75 करोड़ रुपए लिए हैं. समाज में आजकल इस तरह का सोच पनप रहा है कि पत्नियां तलाक के बाद मनमाने तरीके से एलिमनी मांग रही हैं, जो गलत हैं. इस तरह के कई मामले भी सामने आए हैं जिसमें एलिमनी बहुत ज्यादा थी या एलिमनी की वजह से विवाद हुआ. एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा, रितिक रोशन की पत्नी सुजैन खान, हार्दिक पांड्‌या की पत्नी नताशा और अब धनश्री वर्मा का मामला सामने आया है. दरअसल युजवेंद्र अपने टीशर्ट के जरिए यह बताना चाहते हैं कि अगर आप किसी के साथ रिश्ते में नहीं रहना चाहते हैं तो अपनी आर्थिक स्थिति खुद मजबूत करें, दूसरे पर बोझ ना बनें. बेंगलुरु के अतुल सुभाष की आत्महत्या के बाद be your own sugar daddy यानी खुद को अपने पैसों से सशक्त करने की बात खूब उठ रही है.

क्या है शुगर डैडी? What is sugar daddy

आधुनिक युग में Sugar Daddy का टर्म वैसे रिश्ते के लिए किया जाता है, जिसमें दो लोग किसी भी तरह के फायदे के लिए संबंध बनाते हैं. इस तरह का रिश्ता कोई भी बना सकता है, चाहे वह लड़की हो या लड़का. इस तरह के रिश्ते में शारीरिक संबंध के बदले में पैसे और गिफ्ट की शर्त होती है. हालांकि शुगर डैडी शब्द पहली बार चलन में तब आया था जब 1908 में कैलिफोर्निया के एक शुगर कंपनी के मालिक एडोल्फ स्प्रेकेल्स ने खुद से 24 साल छोटी लड़की से शादी की थी. उसके बाद कहानियों में शुगर डैडी शब्द का प्रयोग पहली बार 1923 में किया गया था. यह कहानी थी Fat Anna’s Future. इस कहानी में यह बताया गया था कि किस तरह एक अमीर आदमी ने एक महिला का सपोर्ट शुगर डैडी बनकर किया. 

कितने तरह के होते हैं Sugar Daddy?

समय के साथ Sugar Daddy शब्द का अर्थ व्यापक हो गया और यह किसी लिंग तक सीमित नहीं रहा, यही वजह है कि अब Sugar Daddy और शुगर माॅम शब्द का प्रयोग होने लगा है. सोशियोलॉजिकल पर्सपेक्टिव्स नामक पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार आधुनिक समय में कई तरह के शुगर संबंध पाए जाते हैं. जो इस प्रकार हैं-

  • शुगर वेश्यावृत्ति
  • शुगर डेटिंग
  • शुगर फ्रेंड 
  • शुगर लव

भारत में शुगर डैडी रिश्ते का चलन

19 शताब्दी में अमेरिका से शुरू हुआ Sugar Daddy का चलन भारत में कब पहुंच गया, संभवत: यह लोगों को पता भी नहीं चला. संभवत: यह सोशल मीडिया के प्रसार, संस्कृतियों के आदान-प्रदान की वजह से हुआ है. हालांकि यह नहीं कहा जा सकता कि भारत में किसी फायदे के लिए संबंध बनाने की संस्कृति पहले कभी नहीं थी. हां, यह जरूर है कि इस तरह के संबंध कम बनाए जाते थे. लेकिन अब जबकि हम जेन बीटा के दौर में रह रहे हैं, शुगर डैडी कल्चर आम हो चुका है. Sugar Daddy कल्चर मेट्रो सिटी से निकलकर छोटे शहरों तक पहुंच चुका है.

झारखंड में शुगर डैडी कल्चर

नाम प्रकाशित ना करने की शर्त पर एक लड़की जो रांची के लालपुर इलाके में रहती हैं ने बताया कि आजकल के युवाओं में यह चलन आम है. शहर में जितने भी लाउंज और पब हैं, वे इसके सेंटर बन चुके हैं. इनके जरिए शुगर डैडी और Sugar Daddy का कल्चर रांची में चल रहा है. उद्देश्य यह है कि लड़के और लड़कियों को लेविश लाइफ स्टाइल चाहिए. इसके लिए या तो वे शुगर पार्टनर के लिए एप और वेबसाइट पर जाते हैं, या फिर इन लाउंज और पब में. मुझे खुद कई बार शुगर रिलेशनशिप के लिए ऑफर मिल चुके हैं.

एमबीए की पढ़ाई कर रहे एक युवक ने बताया कि शुगर रिलेशनशिप में कोई जबरदस्ती नहीं होती है, आप चाहें तो ऑफर एक्सेप्ट करें या फिर ना करें. यह लोगों की च्वाइस है, इसलिए कोई समस्या नहीं होती है. मैंने रांची के लाउंज और पब में यह देखा है कि लड़के ड्रिक ऑफर करते हैं, अगर लड़की ने उसे एक्सेप्ट कर लिया मतलब वो शुगर रिलेशन के लिए तैयार है, इसमें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. रांची जैसे शहरों में भी शुगर रिलेशनशिप की स्वीकार्यता यह बता रही है कि हमारा समाज एक बड़े बदलाव के दौर में है.

क्या है शुगर डैडी?

Sugar Daddy संबंध अपने फायदे के लिए बनाए जाते हैं.

शुगर डैडी संबंध की शुरुआत कहां से हुई?

Sugar Daddyशुगर डैडी शब्द पहली बार चलन में तब आया था जब 1908 में कैलिफोर्निया के एक शुगर कंपनी के मालिक एडोल्फ स्प्रेकेल्स ने खुद से 24 साल छोटी लड़की से शादी की थी.

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